मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी की एसोसिएट डायरेक्टर डॉक्टर राशि अग्रवाल ने इस केस के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की. बुलंदशहर के रहने वाले ओम पाल सिंह भी इस दौरान डॉक्टर अग्रवाल के साथ मौजूद रहे. डॉक्टर राशि अग्रवाल ने इस केस के बहाने ये बताने का प्रयास किया कि समय पर बीमारी डायग्नोज होना और फिर उसका तुरंत इलाज, कैंसर के सफल इलाज में कितना अहम होता है।
केस की डिटेल बताते हुए मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी की एसोसिएट डायरेक्टर डॉक्टर राशि अग्रवाल ने कहा, “मरीज की जांच करने पर मैक्स हॉस्पिटल की मेडिकल टीम ने पाया कि ओम पाल सिंह को लैरिक्स कैंसर है. हॉस्पिटल के मल्टी-डिसिप्लिनरी मेडिकल बोर्ड की गाइडेंस में मरीज के लिए एक विशेष ट्रीटमेंट प्लान बनाया गया. मरीज की कंडीशन और मेडिकल हिस्ट्री देखते हुए टारगेटेड थेरेपी से इलाज करने का फैसला किया गया।
टारगेटेड थेरेपी एक ऐसा विशेष ट्रीटमेंट है जिसमें बहुत ही सटीकता से कैंसरस सेल्स को डैमेज किया जाता है और इस प्रक्रिया के दौरान ट्यूमर के आसपास के हिस्से के स्वस्थ टिशू पर भी कोई असर नहीं पड़ता।मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में ओम पाल सिंह को साढ़े 6 हफ्तों तक रेडियोथेरेपी सेशंस पर रखा गया. थेरेपी के सेशन डेडिकेटेड टीम की मॉनिटरिंग में किए गए. बेस्ट रिजल्ट पाने और कम से कम दुष्प्रभाव हों, ये सुनिश्चित करने के लिए प्रक्रिया को अच्छे से मॉनिटर किया गया और मरीज के कैंसर को ठीक किया गया।
डॉक्टर राशि ने आगे कहा, “ओम पाल सिंह की रिकवरी की यात्रा को देखना बहुत ही संतोषजनक है. मरीज के कमिटमेंट और हमारे एडवांस इलाज की मदद से कैंसर पर लड़ाई में जीत मिली है. मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में हम अपने मरीजों को बेस्ट और एडवांस इलाज मुहैया कराने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहते हैं।कैंसर मरीज ओम पाल सिंह का सफल इलाज मेडिकल क्षेत्र में मैक्स हॉस्पिटल वैशाली के नाम को और मजबूती देता है. यहां स्टेट ऑफ आर्ट सुविधाएं और बेहतरीन अनुभवी डॉक्टरों की डेडिकेटेड टीम है, जो मरीजों को अच्छे रिजल्ट के साथ इलाज मुहैया कराती है।